आज कांग्रेस के अधिवेशन में कुछ हुआ हो या नहीं पर राजनीती में नैतिकता का पतन जरूर हो गया । अब तक किसी भी राजनैतिक पार्टी के किसी भी नेता ने दिवंगत विरोधियो पर लाछन नहीं लगाया, अब तक न जाने कितने बार ही देश में बोफोर्स का मामला उठा पर किसी भी राजनेता ने स्वर्गीय राजीव गाँधी का नाम उसमे नहीं घसीटा । पर आज इस परंपरा को तोड़ते हुए दिग्विजय सिंह ने स्वर्गीय प्रोमोद महाजन पर न जाने कितने ही आरोप लगा डाले । पर इस कड़ी में मजबूरी ये है की अब प्रमोद महाजनजी इस दुनिया में रहे नहीं जो उनके आरोपों का जवाब दे सके । शायद मैडम को खुश करने के चक्कर में और अपने आप को राजनैतिक हाशिये से उबारने के लिए कुछ ज्यादा ही दम लगा दिया, अब उन्हें इसका क्या सिला मिलता है ये तो आनेवाले दिनों में ही पता लग पायेगा. इस सम्बन्ध में कुछ लोगो की ये भी राय है की आज जो कुछ भी दिग्विजयजी ने मंच से कहा वो मैडम के ही शब्द थे । कांग्रेस जब आज चारो और से घिरी हुई नज़र आ रही है और बचने के उपाय दिन बा दिन कम होते जा रहे है, तब मैडम ने ये पलटवार का तरीका खोज निकाला है और जिसके सिप्हेसलार दिग्विजय सिंह को बनाया गया है क्योंकि आजकल उनके पास बोलने के लिए काफी वक़्त रहता है और किसी न किसी की आलोचना करते हमेशा दिख जाते है ।
जब लोकसभा में कारवाई नहीं चल पायी, ऐसे में कांग्रेस और युपिऐ बारबार एक बात कहती नज़र आ रही है की इन कुछ दिनों में देश के कई कड़ोर रूपये खराब हो गए है, पर अजीब बेशर्मी है की इन्हें कई हज़ार कड़ोर का घोटाला नहीं दिख रहा है । ऐसी क्या बात है की जेपीसी जांच से कांग्रेस पीछा छुराने में लगी है और आपने पालतू सिबिआई से जांच करवाके खानापूर्ति करना चाहती है । चलिए २ जी स्पेकट्रंम घोटाले में एक दूसरी राजनैतिक पार्टी भी शामिल है पर कलमाड़ी ने जो खेल राष्ट्रमंडल खेलों में दिखाया वो तो सिर्फ एक सच्चा कांग्रेसी ही दिखा सकता है जो भ्रस्टाचार को ही शिस्टाचार मानते है । आदर्श सोसाइटी घोटाला भी शायद कांग्रेस को नहीं याद रहा, पर उनको २००१ में प्रमोद महाजन ने क्या किया था वो जरूर याद आ रहा है । मैडम के सामने आज सबके तेवर ऊँचे थे और हो भी क्यों न आखिर उनके भाग्यो का फैसला मैडम को ही तो करना है । मैडम ने भी आज कह दिया की कोई भी कांग्रेस के तरफ ऊँगली उठाये तो उसका जवाब दो इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए दिग्गी राजा ने तुरंत कह दिया की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवको से लड़ने के लिए कांग्रेसी हाथो में डंडा उठा ले । ये कौन सी राजनैतिक परंपरा को जन्म देना चाहते है, अब तो ये लगता है की पुरे देश में गृह युद्ध छेड़ना चाहते है कांग्रेस के आला नेता । ऐसे ही इसी देश में कुछ प्रदेशो में रोज राजनैतिक हत्याए हो रही है और इसमें पश्चिम बंगाल सबसे ऊपर है जहा युपिऐ की सहयोगी ममता बनर्जी पहले से ही अपने कार्यकर्ताओ को मरने-मारने के लिए तैयार कर चुकी है और किसी भी कीमत पर सत्तारुड होना चाहती है ।
बिहार में राहुल बाबा का जलवा तो चल नहीं सका अब लगता है आनेवाले कुछ राज्यों में कांग्रेस डंडे के बल पे सरकार बनवाना चाहती है । पता नहीं क्यों हिन्दुओ से कांग्रेस को इतनी बैर है और सारा दोष आरएसएस के मथ्थे मढना चाहती है, देश की जनता ने जब कांग्रेस को दूसरा मौका दिया है केंद्र में सरकार चलाने का तो कांग्रेस को भी चाहिए की वो देश के जनता के बारे में सोचे । ऐसे भी भले ही केंद्र में कांग्रेस की सरकार है पर राज्यों में कांग्रेस को बहुत ज्यादा ही जूझना पड़ रहा है यहाँ तक ये भी कहना गलत नहीं होगा की कुछ राज्यों में तो कांग्रेस का नामो निशाँन मिट चूका है । जो दिग्विजय सिंह पुरे देश में घूम घूम के विरोधियो को अपना शिकार बनाते रहते है उनके खुद के राज्य मध्य प्रदेश में ही कांग्रेस का सफाया हो चूका है और इस ओर उनका ध्यान जाता भी नहीं है । आज तक जात पात की रोटी कांग्रेस खूब सेकती आयी है पर बिहार के हार ने उन्हें ये सिख दे दी है की अब जात के नाम पर वोटरों को वे नहीं बहका सकेंगे । जिस मुस्लिम वर्ग को कांग्रेस अपना ख़ास बताने में लगी रहती है, पिछले 60 वर्षो में अब तक इसी वर्ग को शिक्षित और रोजगारयुक्त करने में कांग्रेस ने कभी भी रूचि नहीं ली तो कब तक वे भी कांग्रेस के झूठे वादों को झेलेंगे ।
आज जब कुछ ऐसे घोटालो की बात चल रही है जिनके वजह से देश को हजारो कड़ोरो का नुकसान सहना पड़ा है तो ऐसे में विपक्ष की भूमिका पर भी जनता की नजर है । अब देखना होगा की विपक्ष इन मुद्दों पर देश की जनता को कैसे न्याय दिलाती है ।
दिग्विजय सिंह का बयान घटिया मानसिकता की सोच का परिचायक है सिर्फ व सिर्फ मैडम व बाबा (राहुल) को खुश करने के चक्कर में दिग्गी इस तरह के बयान दे रहे है पर उन्हें शायद इस बात का अहसास नहीं है की इस तरह के बयान कांग्रेस को पतन के मार्ग में ले जायेगा ...........
ReplyDelete